चुप नाम के ठीक उल्टा उसका ट्रेलर है जीसको देखने के बाद आपका दिमाग बिल्कुल चुप नहीं रहेगा, बहुत डरावनी खयाल आएँगे काफी टाइम बाद किसी बॉलीवुड फ़िल्म के ट्रेलर ने सोचने पर मजबूर कर दिया है आज कल जो रीमिक्स के काले बादल छाये हुए हैं, अपनी हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में उनको तेज आंधी से उड़ आने वाली फ़िल्म बन सकती है यह फ़िल्म का टॉपिक बहुत जबरदस्त है, एकदम हटके और यूनिक शायद किसी ने दूर दूर तक सोचा भी नहीं होगा
शहर में एक सीरियल किलर फ़िल्म क्रिटिक्स की जान ले रहा है बोले तो जो फिल्मों को जज करते हैं उनको कोई और जज कर रहा है अगर उसकी रेटिंग में फ़िल्म क्रिटिक फिट तो जिंदा और गलती से क्रिटिक ऐंड सीरियल किलर के विचार आपस में ना मिल पाए तो शाम को मौत का तांडव होगा इन्टरेस्टिंगली इस फ़िल्म में इंडियन सिनेमा के लेजेंड गुरु दत्त का रेफरेन्स दिया गया है जिनकी सबसे पर्सनल फ़िल्म कागज़ के फूल को क्रिटिक्स ने उस जमाने में कुचल दिया था और उनके टाइटल मेरे वैन शॉप का भी इस्तेमाल किया गया है तो हो ना हो गुरु दत्त साहब का बदला ले रहा है कोई साठ साल बाद फ़िल्म से सनी देओल का कमबैक भी हो रहा है जो कहानी में सीरियल किलर के पीछे पड़े हैं एक पुलिस ऑफिसर की ड्यूटी पे
जिद है बंदे की लोगों की जान लेने वाले इस साइकोपैथ को पकड़ के तमीज सिखायेंगे वो जो बॉलीवुड का गोल्डन टाइम था उसके बाद सनी देओल को वापस इस एनर्जी वाले अवतार में देखना अलग ही लेवल की ट्रीट है लेकिन ऑनेस्ट्ली बताऊँ सनी देओल से ज्यादा भी एक्साइटेड में किसी और के लिए हूँ दुलकर सलमान वॉट ऐक्टर यार ये बंदा हर फ़िल्म एकदम डिफरेंट स्क्रिप्ट सिलैक्ट करता है और उनकी ये आदत बॉलीवुड को बहुत फायदा पहुंचाएगी अभी देखो सीताराम उनकी न्यूस चल ही रही थी उधर रोमैन्टिक कैरेक्टर जो वीर जारा की याद दिला दें कितनी तारीफ हुई उस फ़िल्म की और अब चुप की एंट्री हो गई जिसमें इनका कैरेक्टर ट्रेलर में एक दम छुपा के रखा गया है बिल्कुल सीक्रेट टाइप, लेकिन हो ना हो इस बंदे का डाइरेक्ट कनेक्शन होगा लोगों की जान लेने वाले सीरियल के साथ क्या पता खुद इन के चेहरे पर कोई मास्क लगा हो और अंदर एक राक्षस छुपा हो
वैसे इस ट्रेलर को काटने वाले बंदे के लिए अलग से तालियां जरूर बजनी चाहिए मतलब ऐसा लग रहा है सब कुछ देख भी लिया और कुछ भी देखा नहीं फ़िल्म का जो थ्रिल, सस्पेंस और रियल स्टोरी लाइन है उसमें से गलती से भी कुछ भी रिवील नहीं किया गया अभी आप सिर्फ अंदाजा लगा सकते हो ऐसे ट्रेलर काटने चाहिए बॉलीवुड को, तभी तो थिएटर में जाने का कोई मतलब बचेगा उल्टा यहाँ तो ट्रेलर में ही एक पूरे सिक्वेन्स में शुरुआत से लेकर एंड तक सब कुछ रिवील कर देते हैं अरे हाँ, फ़िल्म बना कौन रहा है आठ बार की सर इनका सिनेमा स्टाइल बाकी डायरेक्टर से बहुत डिफरेंट एंड पॉवरफुल होता है
ऐक्चूअली आप्पा उठा के देख लो या फिर पैडमैन, इनकी फिल्मों के सब्जेक्ट रीत सोचने को मजबूर कर देते हैं और इस बार तो सीधा फ़िल्म क्रिटिक्स को ही निशाना बना लिया जो आज कल काफी पॉपुलर हो रहे हैं हर कोई इनके विडीओ देखता है और फिल्मों के कलेक्शन पे अच्छा खासा असर भी पड़ता है इन शोर्ट बहुत ही ज्यादा मज़ा आने वाला है फाइनली किसी बॉलीवुड सस्पेंस थ्रिलर में है कहानी बेस्ट फ़िल्म देखी वो ज़माना साबित गया इंतजार खत्म, थैंक यू आर बाल्की सर तो बॉस अगर अभी तक आपने इस फ़िल्म का ट्रेलर नहीं देखा तो जाइए फटाफट जाइए, बहुत स्पेशल चीज़ मिस कर दोगे वरना इसको बोलते हैं असली इंडियन सिनेमा सपोर्ट करो यार
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