आप क्या हॉलीवुड वगैरह के गाने गाते रहते हो कल मैंने इंडियन सिनेमा में कुछ ऐसा देखा जिसकी क्रिएटिविटी के सामने हॉलीवुड अभी छोटा बच्चा है |
Kantara मैं जानती हूँ 99% लोग इस नाम को पहली बार सुन रहे हैं लेकिन वादा है मेरा आपसे यह आखिरी बार बिल्कुल नहीं होगा मैं ऐसा बिल्कुल नहीं होने दूंगी बिना बात को इधर उधर घुमाये सीधा साफ़ बोलती हूँ इंडिया में आज तक ऐसी फिल्म बनी ही नहीं है और शायद कभी बनेगी भी नहीं पहले छोटा सा इंट्रो करा देती हूँ आखिर ये है क्या चीज पर शायद आप तुमको मेरी नज़र से देख पाओगे और समझ पाओगे कि मैं इसकी तारीफ कर क्यों रही हूँ
कहानी 1 छोटे से पत्थर के साथ जुडी हुई है जो पूरे गाँव की रक्षा करता है गाँव वालों का मानना है कि इस पत्थर में खुद भगवान की शक्ति मौजूद है और इस पत्थर का डायरेक्ट कनेक्शन है? 1 डमी गॉड से इंसान सा दिखने वाला भगवान जो हर बुराई से लड़ने की ताकत रखता है अब दिक्कत ये है की गाँव फॉरेस्ट के अन्दर मौजूद है इसलिए खाने पीने की जरूरतों के लिए पेड़ काटे जाते हैं और जानवर का शिकार होता है लेकिन अब सरकार इस जंगल को अपने कब्जे में लेना चाहती है पेड़ और जानवरों को इंसान से बचाने के लिए पुलिस की यूनिफॉर्म में 1 फरिश्ता आता है अब कहानी ट्विस्ट क्या है वो थोड़ा ध्यान से सुनिए 1 राक्षस है जिसका चेहरा रिवील नहीं हुआ लेकिन इसका प्लान बहुत खतरनाक है इसके पास काले जादू की शक्तियां हैं ये इंसान या भगवान दोनों को अपने वश में कर सकता है मीठी मीठी बातों से ये गाँव की रक्षा करने वाले डेमी गॉड और पेड़ जानवरों को बचाने आया फरिश्ता इन दोनों को आपस में लड़ना चाहता है
सब मर जायेंगे तो राक्षस आराम से बैठकर उनका खून पिएगा जमीन भी उसकी जान भी उसकी बात अचानक से सब कुछ बदल जाता है जब 1 रात भागते भागते ही डेमी गॉड कहीं गायब हो जाते हैं और वापस लौट के आते ही नहीं है अब गाँव को राक्षस ऐसी कौन बचायेगा फरिश्ता तो पेड़ जानवर को बचाने आया था लेकिन उसको इंसान से कौन बचाएगा देखो वास Kantara की कहानी उन सब फिल्मों से बिल्कुल अलग है जो आज तक आपने अपनी पूरी जिंदगी में देखी होंगी एकदम यूनिक हट के कांसेप्ट है जिसमे आपको सस्पेंस थ्रिल, हॉरर, फैंटिसी क्राइम, ड्रामा रोमांस सब कुछ देखने को मिलेगा जो ढूंढ सकते हो ढूंढ लो
मैं शर्त लगा सकती हूँ आपके साथ इस फिल्म का जो क्लाइमेक्स है उसके लेवल को मैच करने वाला हॉलीवुड बॉलीवुड टॉलीवुड कहीं कुछ भी नहीं मिलेगा Kantara एकदम रा फिल्म है बिना किसी मिलावट के ये लोग सिर्फ अपने कल्चर को बड़े स्क्रीन पर प्रेजेंट करना चाहते हैं बचपन में कहानियां सुनी होगी न आपने दादी नानी से बस उन कहानियों को ये लोग फुल की शक्ल दे रहे हैं साथ में सोशल मेसेज वार्निंग भी डाली गयी है इस लेवल की क्रिएटिविटी के लिए मेरे पास लिटरली वर्ड्स है ही नहीं जो फिल्म के अन्दर मैंने फील किया शायद उस एक्सपीरियंस इसके साथ कभी जस्टिस नहीं कर पाउंगी मैं विश्वल तो इतने खतरनाक थे जो आँखों से जा ही नहीं रहे हैं दिमाग में बैठ गए है पर्मानेंट और म्यूजिक इतना होंटिंग रात में अकेले सोने में भी डर लगेगा मुझको बस एक्शन की तो बात ही मत पूछो यहाँ तलवार बंदूक ने ही डायरेक्ट हाथपैर से लड़ाई होगी लेकिन उसको प्रेजेंट करने का तरीका एकदम किसी पोयम जैसा है और भाई इस फिल्म में काम करने वाले एक्ट्रेस टेक अब वाटर परफॉमेंस ऐसा लगा मैं खुद बैठी हूँ
गाँव में लोगों के साथ उनके इमोशन आप से भी जुड़े हुए है रियलिटी से भी ज्यादा रियल बना दिया है इन लोगों ने इस फिल्म को ऋषभ शेट्टी को मैं क्या ही बोलू एक्टिंग, डायरेक्शन सब कुछ करते हैं ये और 1 भी गलती नहीं ढूंढ सकते इनके काम में सब कुछ परफेक्ट मतलब बिना हाई फाई बजट बिना किसी बड़े एक्टर के सपोर्ट के ये लोग ऐसा कॉन्टेंट बना रहे है जिसको पूरे इंडियन सिनेमा का फेस बनाना चाहिए उसके बाद भी थेटर में सिर्फ 45 लोग बैठे हुए हैं नेशनल अवॉर्ड्स किसी को भी बांटे जा रहे हैं जीरो परसेंट रिकगनेशन मिलता है लोगों को उसके बाद भी ये लोग लगे पड़े है रिस्पेक्ट है बॉस इंडियन सिनेमा को मास क्लास का कॉम्बो गिफ्ट करने के लिए |
पहला तो फिल्म की सिनेमा गाँव का डाक एनवायरमेंट डेमी गॉर्ड की फायर और क्लाइमेक्स का एक्शन स्टैडिंग ओवेजन दूसरा फोन का कांसेप्ट और उसमे छुपा हुआ रियल लाइफ रेलिवेंट सोशल मेसेज दमदार स्टोरी टेलिंग तीसरा फुल से जुड़े हुए एक्टेस परफॉर्मेंस इसको बोलते हैं सिनेमा रियलिटी के बीच का फर्क जीरो कर देना चौथा रिशपशेटी काडिरेक्शन क्या खतरनाक इमेजिनेशन वितअनफोगेटेबल विजुअल्स एंड होंटिंग म्यूजिक कॉम्बिनेशन एंड लास्ट बट नौट द ली फिल्म का क्लाइमेक्स लास्ट के 10 पंद्रह मिनट को देख कर मिलने वाला सर्टिस्फ्ेक्शन बस यही ढूंढते हैं
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